हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने।
ए वक्त में तुझसे उम्र में बहुत ही छोटा हूँ,
मैं एक जोकर हुआ तो क्या हूआ
मैं भी अकेले में रोता हूँ।
बहुत शौक था दुसरो को खुश रखने का,
होश तो तब आया,
जब खुद को अकेला पाया।
मैं गुस्सा करता हूं तो तुम उदास होती हो,
अकेले में तुम सिसक-सिसक के रोती हो,
तुम भी ना रोती मेरे गुस्से पे गर पता होता तुमको,
परवाह तुम्हारी हर पल रहती मुझको।
आगोश में ले लो मुझे बहुत अकेला हूँ मैं,
बसा लो दिल की धड़कन में अकेला हूँ मैं,
जो तुम नहीं ज़िन्दगी में तो फिर कुछ भी नहीं,
समा जाओ मुझमें कि अकेला हूँ मैं।
रिश्ता हमारा इस जहाँ मे सबसे प्यारा हो,
जैसे ज़िंदगी को सांसो का सहारा हो,
याद करना हमें उस पल में,
जब तुम अकेले हो और कोई ना तुम्हारा हो।
Top of the Day
Beautiful Sunday Tea Images
Compassion is the bridge that connects us all. Good Morning!
Drift off into the cozy warmth of your bed, like a snowflake settling softly on the ground. Good Night!
To lose patience is to lose the battle. Good Morning!
Hope the moonlight fills your dreams with magic. Good Night!
A single act of kindness throws out roots in all directions. Good Night!