आहिस्ता चल ऐ ज़िन्दगी
कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी है,
कुछ के दर्द मिटाने बाकी है
कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी है।
एक साँस सबके हिस्से से
हर पल घट जाती है,
कोई जी लेता है जिंदगी
तो किसी की कट जाती है।
वो हर बार अगर चेहरा बदल कर न आया होता,
तो धोखा उस शख्स से मैं यूँ न खाया होता,
रहता अगर याद कर मुझे लौट के आती नहीं,
ज़िन्दगी फिर मैंने तुझे यूं न गंवाया होता।
कभी पलकों पे आँसू है,
कभी लब पर शिकायत है,
मगर ए ज़िन्दगी फिर भी,
मुझे तुझ से मोहब्बत है
कितना और बदलूं खुद को
ज़िन्दगी जीने के लिए,
ऐ ज़िन्दगी, मुझको थोड़ा सा
मुझमें बाकी रहने दे।
वही रंजिशें वही हसरतें,
न ही दर्द ए दिल में कमी हुई,
है अजीब सी मेरी ज़िन्दगी,
न गुज़र सकी न खत्म हुई।
Top of the Day
Compassion is the bridge that connects us all. Good Morning!
Drift off into the cozy warmth of your bed, like a snowflake settling softly on the ground. Good Night!
Wake up, pour a cup of coffee, and let the day begin. Good Morning!
To lose patience is to lose the battle. Good Morning!
Hope the moonlight fills your dreams with magic. Good Night!
A single act of kindness throws out roots in all directions. Good Night!