आहिस्ता चल ऐ ज़िन्दगी
कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी है,
कुछ के दर्द मिटाने बाकी है
कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी है।
जिंदगी के उस मोड़ पर खड़े है,
जहाँ यह समझ नहीं आ रहा है,
हम जिंदगी के मजे ले रहे है,
या जिंदगी हमारे मजे ले रही है।
जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहीं,
आइने की सादगी से झूठ की पटती नहीं,
ज़िन्दगी में गम नहीं फिर इसमें क्या मजा,
सिर्फ खुशियों के सहारे ज़िन्दगी कटती नहीं।
कितना और बदलूं खुद को
ज़िन्दगी जीने के लिए,
ऐ ज़िन्दगी, मुझको थोड़ा सा
मुझमें बाकी रहने दे।
आहिस्ता चल ऐ ज़िंदगी
कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी है,
कुछ दर्द मिटाने बाकी है
कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी है।
दर्द कैसा भी हो कभी आँख नम ना करो,
रात काली सही लेकिन ग़म ना करो,
एक सितारा बन जगमगाते रहो,
ज़िन्दगी में यूँ ही सदा मुस्कुराते रहो।
Top of the Day
Hope the moonlight fills your dreams with magic. Good Night!
गर्मी की रातें या सर्दी के दिन
या फिर सावन की बरसात हो,
ख्वाहिश बस इतनी है
कि हर पल चाय का साथ हो।
अकेले आने और अकेले जाने के बीच,
अकेले जीना सीखना ही जिंदगी है।
इस दुनिया में मोहब्बत काश न होती,
तो सफर ऐ-ज़िन्दगी में मिठास न होती,
अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत,
तो दीवानों की कब्रे यूँ उदास न होती।
ज़िन्दगी से अपना हर दर्द छुपा लेना,
ख़ुशी ना मिले तो ग़म गले लगा लेना,
कोई अगर कहे मोहब्बत आसान होती है,
तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना।
आपका खयाल और जनवरी की रात,
जैसे गरम चाय और धुंआ ही धुंआ।