क्या हूँ मैं और क्या समझते है,
सब राज़ नहीं होते बताने वाले,
कभी तन्हाइयों में आकर देखना,
कैसे रोते है सबको हंसाने वाले।
रात की तनहाइयों में बेचैन है हम,
महफ़िल जमी है फिर भी अकेले है हम,
आप हमसे प्यार करें या न करें,
पर आपके बिना बिलकुल अधूरे है हम।
अपनी बेबसी पर आज रोना आया,
दूसरों को क्या मैंने तो अपनों को भी आजमाया,
हर दोस्त की तन्हाई हमेशा दूर की मैंने,
लेकिन खुद को हर मोड़ पर हमेशा अकेला पाया।
मेरी आँखों में देख आकर
हसरतों के नक्श,
ख्वाबों में भी तेरे मिलने की
फरियाद करते है।
चुभते हुए ख्वाबों से कह दो
अब आया न करे,
हम तन्हा तसल्ली से रहते है
बेकार उलझाया न करे।
दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें है हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।
Top of the Day
गर्मी की रातें या सर्दी के दिन
या फिर सावन की बरसात हो,
ख्वाहिश बस इतनी है
कि हर पल चाय का साथ हो।
अकेले आने और अकेले जाने के बीच,
अकेले जीना सीखना ही जिंदगी है।
Hope the moonlight fills your dreams with magic. Good Night!
उसका पहला प्यार चाय था,
हम ये सुनते ही उनसे इश्क कर बैठे।