रोया हूँ बहुत तब जरा करार मिला है,
इस जहाँ में किसे भला सच्चा प्यार मिला है,
गुजर रही है जिंदगी इम्तिहान के दौर से,
एक खत्म तो दूसरा तैयार मिला है
वो हर बार अगर रूप बदल कर न आया होता,
धोका मैने न उस शख्स से यूँ खाया होता,
रहता अगर याद कर तुझे लौट के आती ही नहीं,
ज़िन्दगी फिर मैने तुझे यु न गवाया होता।
रो पड़ा वो फकीर भी
मेरे हाथों की लकीरें देखकर,
बोला तुझे मौत नही
किसी की याद मारेगी।
जिस दिल पे चोट न आई कभी,
वो दर्द किसी का क्या जाने,
खुद शम्मा को मालूम नहीं,
क्यूँ जल जाते है परवाने।
जब आख़िरी मुलाकात हो
तो हंस कर देख लेना मुझे,
क्या पता अगली बार हमें कफन में देखो
और मुस्कुरा भी ना पाओ।
खुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िंदगी,
प्यार की मोहताज़ है मेरी ज़िंदगी,
हंस लेता हूँ लोगों को दिखाने के लिए,
वरना दर्द की किताब है मेरी ज़िंदगी।
Top of the Day
गर्मी की रातें या सर्दी के दिन
या फिर सावन की बरसात हो,
ख्वाहिश बस इतनी है
कि हर पल चाय का साथ हो।
अकेले आने और अकेले जाने के बीच,
अकेले जीना सीखना ही जिंदगी है।
Hope the moonlight fills your dreams with magic. Good Night!
खुद से दूर हूं मगर तुम पास हो,
ऐ चाय तुम हमारे लिए खास हो।