गुजर जाती है ज़िन्दगी
यूँ ही गुजर रहे है पल,
कोई हमसफ़र मिले न मिले
तू अकेला ही चल।
तेरी याद में ज़रा आँखें भिगो लूँ,
उदास रात की तन्हाई में सो लूँ,
अकेले ग़म का बोझ अब संभलता नहीं,
अगर तू मिल जाये तो तुझसे लिपट कर रो लूँ।
बिछड़ गए हैं जो उनका साथ क्या मांगू,
ज़रा सी उम्र बाकी है इस गम से निजात क्या,
मांगू,वो साथ होते तो होती ज़रूरतें भी हमें,
अपने अकेले के लिए कायनात क्या मांगू।
जब तक थी मर्जी तब तक खेला,
फिर तुमने मुझे परे धकेला,
साथ अब मेरे साथ मेरी कलम है,
समझो न मुझको तुम अकेला।
मेरी जंग थी वक्त के साथ,
फिर वक्त ने ऐसी चाल चली
मैं अकेला होता गया।
आज इतना अकेला महसूस किया खुद को
जैसे लोग दफना कर चले गए हो।
जिसके नसीब मे हों ज़माने की ठोकरें,
उस बदनसीब से ना सहारों की बात कर।
Top of the Day
Hope the moonlight fills your dreams with magic. Good Night!
गर्मी की रातें या सर्दी के दिन
या फिर सावन की बरसात हो,
ख्वाहिश बस इतनी है
कि हर पल चाय का साथ हो।
अकेले आने और अकेले जाने के बीच,
अकेले जीना सीखना ही जिंदगी है।
खुद को खुश रखिये,
ये भी एक जिम्मेदारी है।
शुभ प्रभात!
इस दुनिया में मोहब्बत काश न होती,
तो सफर ऐ-ज़िन्दगी में मिठास न होती,
अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत,
तो दीवानों की कब्रे यूँ उदास न होती।
ज़िन्दगी से अपना हर दर्द छुपा लेना,
ख़ुशी ना मिले तो ग़म गले लगा लेना,
कोई अगर कहे मोहब्बत आसान होती है,
तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना।