जुल्फों पे लिखते लिखते
बात जुदाई तक आ गई,
हंसती खेलती हुई शायरी
अब बेवफाई तक आ गई।
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
हमने ये सोचा वो वापिस आए
हमारी मोहब्बत के लिए,
मगर वो बेवफा वापिस आए
सिर्फ अपने काम के लिए।
मुझे बेवफाई नहीं चाहिए थी,
मुझे धोका नहीं चाहिए था,
मुझे तो बस थोड़ा सा प्यार चाहिए था।
फूलों के साथ काँटे नसीब होते हैं,
ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है,
यूँ तो मजबूरी ले डूबती हर आशिक को,
वरना खुशी से बेवफ़ा कौन होता है
मेरा इल्ज़ाम है तुझ पर कि तू बेवफा था,
दोष तो तेरा था मगर तू हमेशा ही खफा था,
ज़िन्दगी की इस किताब में बयान है तेरी मेरी कहानी,
यादों से सराबोर उसका एक एक सफा था।
Top of the Day
Close your eyes and let the stars watch over you. Good Night!
Beautiful Sunday Tea Images
Compassion is the bridge that connects us all. Good Morning!
Drift off into the cozy warmth of your bed, like a snowflake settling softly on the ground. Good Night!
A single act of kindness throws out roots in all directions. Good Night!
अकेले आने और अकेले जाने के बीच,
अकेले जीना सीखना ही जिंदगी है।